पहलगाम हमले के बाद कश्मीरियों-मुस्लिमों को धमकी; 26 का बदला, 2600 से लेंगे
Kashmiri Muslim: तुम आतंकवादी हो’ ‘तुम खूनी हो’ ‘निकल जाओ, वरना इलाज कर देंगे’ ‘तुमसे काम नहीं कराएंगे, तुम्हारा बहिष्कार करेंगे। ये धमकियां 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले के बाद से यूपी, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल में कश्मीरी स्टूडेंट्स और मुस्लिमों को मिली हैं। किसी को काम से निकाल दिया गया, किसी का डॉक्टर ने इलाज करने से इनकार कर दिया। कश्मीरी स्टूडेंट डरकर पीजी में छिपे हैं या अपने घर लौट गए। धमकियों के वीडियो वायरल हो रहे हैं।
गुस्सा इस बात पर है कि पहलगाम में हिंदुओं को धर्म पूछकर गोलियां मारी गईं। हालांकि इसका एक पहलू और है। इसे शीतल बेन के बयान से समझिए। सूरत की रहने वालीं शीतल के पति शैलेश कलाथिया भी पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए थे।
शीतल कहती हैं, ‘आप कश्मीर (Kashmiri Muslim) को बदनाम कर रहे हैं। कश्मीर में कोई समस्या नहीं है। समस्या सरकार के सुरक्षा इंतजामों में है। वहां कोई सेना नहीं थी, कोई मेडिकल कैंप नहीं था।’ शीतल ने ये बात सेंट्रल मिनिस्टर सीआर पाटिल के सामने कही थी।
पहलगाम के विक्टिम कह रहे हैं कि मुसीबत में कश्मीरियों ने उनकी मदद की। हमले के बाद कई वीडियो वायरल हुए जिनमें लोकल कश्मीरी टूरिस्ट की मदद करते दिखे। उन्हें कंधे पर बिठाकर घाटी से नीचे लाए। गाइड आदिल अपने साथ गई टूरिस्ट को बचाने के लिए आतंकियों से भिड़ गए। इसी वजह से आतंकियों ने उन्हें तीन गोलियां मारीं।