आतंकी 20 दिन पहले ही पहुंच गए थे पहलगाम: चुने गए थे 6 टारगेट पाकिस्तानी कमांडो हाशिम मूसा ने क्यों चुनी बायसरन घाटी

Pahalgam Attack

Pahalgam Attack: पहलगाम की बायसरन घाटी में आतंकी हमले से 17 दिन पहले, कुछ लोग पहलगाम के उन होटलों की रेकी कर रहे थे, जहां ज्यादा टूरिस्ट ठहरते हैं। ये लोग आतंकी थे। रेकी का मकसद था कश्मीर घूमने आए लोगों का कत्लेआम। होटल्स से बात नहीं बनी, तो 15 अप्रैल से पहलगाम के आसपास के फेमस पार्क और घाटियों में रेकी शुरू की गई।

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फिल्मों की शूटिंग से मशहूर हुई बेताब घाटी, अरू घाटी और फेमस एम्यूजमेंट पार्क की रेकी के बाद बायसरन घाटी को हमले के लिए चुना गया। वजह- पहलगाम आने वाले टूरिस्ट यहां जरूर आते हैं, यहां सिक्योरिटी नहीं होती है और आने-जाने का रास्ता ऐसा नहीं है कि हमले के बाद आर्मी तेजी से पहुंच सके। आतंकियों ने जैसा सोचा था, वही हुआ। वे आए, 15 मिनट तक गोलियां बरसाते रहे, 26 टूरिस्ट की हत्या की और जंगलों में गायब हो गए।

जांच में पता चला है कि आतंकी बायसरन घाटी से पहले ऐसी जगह तलाश रहे थे, जहां ज्यादा से ज्यादा टूरिस्ट को मार सकें। सोर्स बताते हैं कि टारगेट चुनने से लेकर हमले की कमान तक सबके पीछे पाकिस्तानी सेना के कमांडो से आतंकी बने हाशिम मूसा का दिमाग था।

पहलगाम अटैक की जांच आगे बढ़ने के साथ ये बातें सामने आई हैं। हमले की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी यानी NIA कर रही है। NIA चीफ सदानंद दाते 1 मई को पहलगाम पहुंचे। वे बायसरन घाटी भी गए और तीन घंटे रुके।

Pahalgam Attack: 20 दिन पहले पहलगाम आ गए थे आतंकी

सोर्स बताते हैं, ‘आतंकी बायसरन घाटी में अटैक से करीब 20 दिन पहले पहलगाम आ गए थे। लोकल सपोर्ट और ओवरग्राउंड वर्कर्स की मदद से उन्होंने टारगेट चुनने के लिए रेकी शुरू की। उनकी नजर पहलगाम के सबसे ज्यादा भीड़भाड़ वाली जगहों जैसे होटल, पार्क और टूरिस्ट स्पॉट पर थी।

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